मस्त नज़रों से देख लेना था, Hindi, शायरी, 0 मस्त नज़रों से देख लेना था,अगर तमन्ना थी आज़माने की,हम तो बेहोश यूं ही हो जाते,क्या ज़रुरत थी मुस्कुराने...